अब हरियाणा रोडवेज की बसों में यात्रियाें को 'फील गुड' होगा। अपने रुखे व्यवहार और यात्रियों से गलत तरीके से पेश आने के लिए बदनाम हरियाणा रोडवेज के चालक व परिचालक अब यात्रियों से तहजीत से पेश आएंगे। प्रदेश सरकार उनको अच्छा व्यवहार करना सिखा रही है। परिवहन विभाग अपनी छवि सुधारने के लिए चालाकों और कंडक्टरों को यात्रियों से अदब से बात करना सिखाने को कार्यक्रम चला रहा है। इससे रोडवेज की छवि सुधरने के साथी लोगों की शिकायतें भी कम होंगी। सभी रोडवेज डिपुओं में 'सेफ गाड़ी' कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम अंतिम चरण में है।
परिवहन विभाग ने अपने दस हजार बस ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है। इसमें उन्हें सिखाया जाएगा कि यात्रियों से कैसे बातचीत करनी है। खासकर महिलाओं के साथ किस तरह अच्छा बर्ताव किया जाए। इतना ही नहीं, उन्हें प्रोफेशनल तौर-तरीकों के अलावा काम के दौरान पैदा होने वाले तनाव का सामना करना भी सिखाया जाएगा।
'सेफ गाड़ी' प्रोग्राम का खाका पिछले साल ही तैयार कर दिया गया था, लेकिन पहले लोकसभा और फिर विधानसभा चुनावों के चलते यह परवान नहीं चढ़ पाया। अब ट्रेनिंग कार्यक्रम जोर-शोर से चलाया जा रहा है। परिवहन मंत्री मूल चंद शर्मा कहते हैं कि चालक-परिचालकों के व्यवहार में बदलाव में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अहम साबित होगा।
उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग के कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान कई तरह के तनाव का सामना करना पड़ता है। इसलिए उन्हें यह जानना बहुत जरूरी है कि इस तनाव को कैसे नियंत्रित करें और यात्रियों से किस तरह बर्ताव करें। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें ईंधन के सही इस्तेमाल का भी तरीका सिखाया जाएगा। हर बैच के लिए दो घंटे का ट्रेनिंग सेशन रखा गया है। दिन में तीन बेच को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अलावा इससे जुड़ी पठन सामग्री भी मुहैया कराई जाएगी।